Tuesday, April 30, 2024
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अग्निपथ योजना का हुआ विरोध, तोड़-फोड़ और अगजनी के बीच सरकार की सफाई,जानिए पूरी अपडेट

 

Agipath Scheme Protest Updaes : केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ कई प्रदेशों में बवाल मचा हुआ है। हिंदी क्षेत्र के कई राज्यों में जहां से भारी संख्या में युवा सेना में जाने की तैयारी करते हैं, वहां काफी उबाल देखा गया। आक्रोशित युवाओं की भीड़ ने तोड़-फोड़ और आगजनी की।

अग्निपथ योजना के खिलाफ कई प्रदेशों में बवाल मचा

 

अग्निपथ योजना केन्द्र सरकार द्वारा 14 जून को जारी की गई

केंद्र सरकार द्वारा 14 जून को अग्निपथ योजना जारी की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्देश दिया है कि सरकार द्वारा इस योजना के तहत लगभग 46000 लोगों की भर्ती होगी। जानकार इस कदम को आगामी लोक सभा’ चुनाव से भी जोड़ के देख रहे हैं, परंतु इस अग्निपथ योजना को कई जगहों पर युवा वर्ग ने विरोध जताया है।

 

क्या है अग्निपथ योजना

केन्द्र सरकार द्वारा युवा वर्ग, जिनकी आयु वर्ष 17.5 से 21 के बीच है उनको सेना में भर्ती होने का सुनहरा अवसर प्रदान किया है। इस योजना के अंतर्गत युवाओं को 4 साल तक सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करने का अवसर मिलेगा। इस योजना के अंतर्गत युवा को नीचे दिए गए हर साल इतनी रकम मिलेगी।

  • पहले साल – 21,000 X12 = 2,52,000
  • दूसरे साल- 23,000X12 = 2,77,000
  • तीसरे साल- 25,580X12= 3,06,960
  • चौथे साल- 28,000X12 = 3,36,000

कुल मिलाकर 11 लाख 72 हजार 160 रु0।

 

चार सालों में वेतन के रूप में प्राप्त होगे इसके अलावा 4 सालों के बाद रिटायरमेंट पर 11 लाख 72 हजार रुपया प्राप्त होंगे और इन्हें में से 25% को परमानेंट किया जाएगा। इन चार सालों के अंतर्गत यदि किसी जवान की मृत्यु हो जाती है तो शहीद सम्मान के साथ साथ परिवार को ₹48 लाख प्राप्त होंगे। सर्विस के जरूरत के आधार पर महिलाओं को भी मौका मिलेगा । नियमो के मुताबिक, 10वी पास होना अनिवार्य है।

 

क्यों हो रहा है, इस योजना का विरोध

कई इलाको मे इस योजना का जोरदार प्रदर्शन

बिहार के जहानाबाद और छपरा समेत कई इलाको मे इस योजना का जोरदार प्रदर्शन हो रहे हैं। छात्रों का कहना है कि कोई सर्विस चार साल की कैसी हो सकती है युवाओं की सबसे बड़ी समस्या ये है कि केवल 4 वर्षो की ट्रेनिंग लेकर हम देश की सुरक्षा कैसे कर सकेंगें। सेना में शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत, कम से कम हैं। 10 से 12 साल की सर्विस होती है।

अग्निपथ योजना की सबसे बड़ी समस्या- ये है कि चार साल की सेवा की बाद 75% युवाओं को घर का रास्ता देखना पड़ेगा उनका कहना है कि सिर्फ 4 साल नौकरी करने के बाद से वहाँ और क्या करेंगे।

छात्रों का कहना है कि 17.5 साल में सेना से जुड़ने वाले ‘अग्निवीर’ बनाने वाले युवा के पास न तो कोई विशेष योग्यता न ही प्रोफेशनल डिग्री। जिसके अभाव से उनका भविष्य अंधेरे में छा सकता है।

बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश और अन्य शहरों में भी हो रहा है प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, बुलंद शहर और बरेली में प्रदर्शन शुरू हो गया जबकि बिहार के मुंगेर, जहानाबाद, छपरा के युवाओं ने टायर को जलाकर रोड पर विरोध प्रदर्शन किया है।

भभुआ स्टेशन पर इस योजना के खिलाफ युवाओं ने विरोध प्रदर्शित करते हुए इंटर सिटी ट्रेन को आग लगा दी । यह प्रदर्शन अब आग की तरह बढ़ती जा रही है। और अब हरियाणा की विद्यार्थियों ने भी डीसी आवास के बाहर हवाई फायरिंग करके अग्निपथ योजना का विरोध किया । यही नहीं ने बिहार के विवाद में BJP कार्यालय को भी आग लगा दी।

केंद्र सरकार ने PIB पर गिनवाए ‘अग्निपथ’ योजना के फायदे

उधर, केंद्र सरकार के पत्र सूचना कार्यालय (PIB) ने फेसबुक पर एक पोस्ट (Facebook Posts) में कहा, ‘यह योजना सशस्त्र बलों में नयी गतिशीलता लाएगी। यह बलों को नयी क्षमताओं को लाने और युवाओं के तकनीकी कौशल (Technique Skill) और नयी सोच का लाभ उठाने में मदद करेगी। यह युवाओं को राष्ट्र की सेवा करने का मौका देगी.’ चार साल के कार्यकाल के अंत में प्रत्येक रंगरूट को ‘सेवा निधि पैकेज’ (Service Fund Package) से दिए जाने वाले लगभग 11.71 लाख रुपये के वित्तीय पैकेज का उल्लेख करते हुए इसमें कहा गया है कि यह युवाओं को वित्तीय स्वतंत्रता (Financial Freedom) प्रदान करेगा और उन्हें उद्यमी बनने में भी मदद करेगा। यह स्पष्टीकरण बिहार (Bihar), उत्तर प्रदेश (UP) और हरियाणा (Haryana) सहित कई राज्यों में विरोध प्रदर्शनों (Protest) के मद्देनजर आया है।

 

 

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