Friday, April 26, 2024
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भारत ने फिर रचा इतिहास, इन तीन खिलाड़ियों ने जीते बैडमिंटन में गोल्ड

CWG कॉमनवेल्थ के 11वे दिन भारत ने इतिहास रचा। ब्रिटेन की बर्मिंघम में आयोजित राष्ट्रमंडल खेल 2022 के अंतिम दिन सोमवार को भी भारतीय शहरों ने दमदार प्रदर्शन करते हुए 3 स्वर्ण पदक हासिल किए अर्थात फिर से गोल्ड मेडल हासिल किए। भारत को अब तक 22 गोल्ड सहित कुल 61 मेडल मिले हैं। जिसमें भारत मेडल की रैली में चौथे स्थान पर है। वही आज फिर भारत में अपना दमखम दिखाते हुए भारतीय तिरंगे को गर्व से ऊंचा लहराते हुए बैडमिंटन में तीन गोल्ड मेडल हासिल किए हैं। यह तीन गोल्ड मेडल हमारे भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों ने प्राप्त किया। जिसमें भारतीय बैडमिंटन महिला प्लेयर पी.वी सिंधु ने वीमेंस सिंगल्स में गोल्ड और लक्ष्य सेन ने मेंस सिंगल में। इसके बाद मेंस डबल्स में सात्विक साइराज रेंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने फाइनल मुकाबला जीत लिया।भारत ने बैडमिंटन में सीन वेंडी और वेनलेन की इंग्लैंड की जोड़ी को हराकर 21-15, 21-13 से गोल्ड मेडल हासिल किया था।

 

जानिए कैसा रहा पीवी सिंधु का प्रदर्शन-

 

पीवी सिंधु भारतीय बैडमिंटन की महिला खिलाड़ी हैं जिन्होंने वूमेंस सिंगल्स में गोल्ड मेडल हासिल किया है।
विमिन सिंगल्स मैच में सिंधु का पहला मैच मालदीव की फातिमा अब्दुल रज्जाक के साथ था और पीवी सिंधु ने उन्हें भी आसानी से मात दे दी। पीवी सिंधु ने फातिमा अब्दुल रज्जाक को 21-4, 21-11 के अंतर से मैच हराया।
पीवी सिंधु ने क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के लिए दूसरे मुकाबले में युगांडा की हुसीना कुबुगाबे को भी हरा दिया। पीवी सिंधु ने हुसीना कुबुगाबे को 21-10, 21-9 के अंतर से हराया था।
तीसरे मुकाबले में सिंधु का सामना मलेशिया की जिन वेई गोह के साथ था। इस मुकाबले में भी सिंधु ने 19-21, 21-14, 21-18 के अंतर से जिन वेई गोह को हरा दिया था। परंतु कॉमनवेल्थ में ऐसा पहली बार हुआ था जब पीवी सिंधु कोई मैच हारी थी परंतु आज से पहले पीवी सिंधु कॉमनवेल्थ में कोई मैच नहीं हारी है। इस मैच में जीत हासिल कर पीवी सिंधु ने सेमी फाइनल मैच में अपनी जगह बना ली थी।
सेमीफाइनल में सिंधु का सामना सिंगापुर की जिया मिन येओ के साथ हुआ था। सिंधु ने उन्हें भी आसानी से हरा दिया था। सिंधु ने यह मैच 21-19 21-17 के अंतर से जीता था।

जानिए कैसा रहा लक्ष्य सेन का प्रदर्शन

 

लक्ष्य सेन ने कॉमनवेल्थ गेम्स में 20 साल की उम्र में ही इतिहास रचा। 20 साल के लक्ष्य सेन ने फाइनल में मलेशिया के जेई यंग को तीन गेम तक चले मुकाबले में 19-21, 21-16 और 21-16 से हराया। परंतु वहीं दूसरी और लक्ष्य सेन ने पहला गेम 19-21 से गंवा दिया था। परंतु दूसरे गेम में उन्होंने जोरदार वापसी की। उन्होंने दूसरी मैच के दौरान 21-9 से जीत हासिल की और मुकाबले में बराबरी ली। तीसरे गेम में लक्ष्य ने 21-16 से जीत हासिल की लक्ष्य सेन ने पहले बैडमिंटन के मेंस सिंगल्स में पी कश्यप ने 2014 में गोल्ड मेडल जीता था।
बैडमिंटन में भारतीय जोड़ी ने खूब जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने एक बार फिर जता दिया कि भारतीय किसी से कम नहीं। बैडमिंटन में भारतीय जोड़ी ने इंग्लैंड की जोड़ी को हराकर गोल्ड अपने नाम किया। भारत के सात्विक-चिराग की जोड़ी ने यह मुकाबला 21-15, 21-13 के अंतर से जीता।

 

जानिए सात्विक- चिराग की जोड़ी ने बैडमिंटन में कैसा प्रदर्शन किया-

भारतीय पुरुष की जोड़ी सत्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की शीर्ष भारतीय पुरुष जोड़ी ने बैडमिंटन की युगल स्पर्धा में लेन बेन और बेंडी सीन की इंग्लिश जोड़ी को हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया।

नेशनल एग्जिबिशन सेंटर के बैडमिंटन कोर्ट में खेलते हुए भारत के शीर्ष पुरुष जोड़ी ने इंग्लैंड की लेन बेन और बैंडी सीन की जोड़ी को 21-15, 21-13 से हराकर गोल्ड मेडल हासिल किया। भारतीय जोड़ी ने मैच में अच्छी शुरुआत की। उन्होंने पहले गेम को 21-15 के अंतर से आसानी से हरा दिया और मैच अपने नाम किया। परंतु रेंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी को इंग्लिश जोड़ी से कड़ी टक्कर मिली। लेकिन उन्होंने अपनी लय को बरकरार रखते हुए मैच में 1-0 से बढ़त हासिल की।
पहले मैच की तरह ही भारतीय जोड़ी ने दूसरे मैच में भी शानदार प्रदर्शन किया और अपनी बढ़त उन्होंने दूसरे मैच में भी हासिल की। भारतीय खिलाड़ियों ने इंग्लिश जोड़ी को आगे बढ़ने का मौका ही नहीं दिया।उन्होंने दूसरा मैच भी 21-13 से हरा दिया और स्वर्ण पदक पर अपना कब्जा किया। फिर एक बार भारतीय तिरंगा गर्व से लहराया। भारतीय जोड़ी ने डबल मैंस में, सिंगल वूमंस में, सिंगल मेंस मैच में जीत हासिल की। गोल्ड मेडल को अपने नाम किया।

राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय पुरुषों ने बैडमिंटन के डबल मेंस में जीत हासिल कर भारत को पहला पदक प्रदान किया।

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