Saturday, September 14, 2024
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भारत-यूएई व्यापार समझौते से द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों में नए युग की शुरुआत होगी- पीएम मोदी

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अबू धाबी के युवराज एवं यूएई के सशस्त्र बलों के उप सर्वोच्च कमांडर शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाहयान ने आज डिजिटल माध्यम से शिखर बैठक की। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात आतंकवाद के खिलाफ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल की संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा के बाद, कई संयुक्त अरब अमीरात कंपनियों ने केंद्र शासित प्रदेश में निवेश करने में रुचि दिखाई है। हम जम्मू-कश्मीर में लॉजिस्टिक्स, हेल्थकेयर, हॉस्पिटैलिटी सहित सभी क्षेत्रों में यूएई के निवेश का स्वागत करते हैं। दोनों नेता, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद बिन सुल्तान अल नाहयान द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा करेंगे और साथ ही साझा हितों से संबंधित क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान भी करेंगे प्रधान मंत्री और क्राउन प्रिंस ने एक संयुक्त विजन स्टेटमेंट “भारत और संयुक्त अरब अमीरात व्यापक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाना: न्यू फ्रंटियर्स, न्यू माइलस्टोन” जारी किया। वक्तव्य भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच भविष्य-उन्मुख साझेदारी के लिए एक रोडमैप स्थापित करता है और फोकस क्षेत्रों और परिणामों की पहचान करता है। साझा उद्देश्य अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, जलवायु कार्रवाई, उभरती प्रौद्योगिकियों, कौशल और शिक्षा, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और रक्षा और सुरक्षा सहित विविध क्षेत्रों में गतिशील नए व्यापार, निवेश और नवाचार को बढ़ावा देना है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर इस समझौते की जानकारी दी है पीएम ने अपने ट्वीट में कहा ‘राजकुमार शेख मोहम्मद बिन जायेद और मुझे विश्वास है कि आज हस्ताक्षरित भारत-यूएई सीईपीए हमारे आर्थिक संबंधों में एक गेम-चेंजर साबित होगा। बढ़ी हुई बाजार पहुंच के साथ अगले 5 वर्षों में वस्तुओं में द्विपक्षीय व्यापार बढ़कर 100 अरब डॉलर और सेवाओं में 15 अरब डॉलर तक पहुंचना चाहिए।। पीएम ने अपने ट्वीट में कहा, ‘अपने मित्र अबू धाबी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायेद के साथ वर्चुअल समिट आयोजित करके बहुत खुशी हो रही है। पिछले 7 वर्षों में भारत-यूएई व्यापक रणनीतिक साझेदारी में भारी परिवर्तन आया है। हमने एक संयुक्त विजन स्टेटमेंट जारी किया है, जो हमारे संबंधों के लिए भविष्य का रोडमैप तैयार करता है।

अपने संबोधन में कहा, ‘मुझे बहुत खुशी है कि हमारे दोनों देशों ने आज व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। भारत और यूएई 3 महीने से भी कम समय में इस तरह के एक महत्वपूर्ण समझौते पर बातचीत करने में सक्षम थे। हम संयुक्त पहलों और संयुक्त वित्तपोषण के माध्यम से भारत और संयुक्त अरब अमीरात में स्टार्टअप को प्रोत्साहित कर सकते हैं। अपने नागरिकों के कौशल विकास के लिए हम आधुनिक उत्कृष्टता संस्थानों में भी सहयोग कर सकते हैं।’पीएम मोदी ने उम्मीद जतायी कि इससे दोनों देशों का व्यापार अगले पांच सालों में 60 अरब डॉलर से बढ़कर 100 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम संयुक्त अन्वेषण और संयुक्त वित्त पोषण के माध्यम से दोनों देशों में स्टार्टअप को प्रोत्साहन दे सकते हैं. इसी प्रकार, हमारे लोगों के कौशल विकास के लिए हम आधुनिक उत्कृष्टता संस्थान पर भी सहयोग कर सकते हैं. हमारे संबंधों को मजबूत करने में आपकी व्यक्तिगत भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है.

 

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