नई दिल्ली :उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल करते हुए इतिहास रच दिया है। ऐसे में योगी आदित्यनाथ दोबारा मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालेंगे। पिछले 37 वर्षो में यह पहली बार है कि कोई पार्टी प्रदेश की सत्ता पर लगातार दूसरी बार राज करने के लिए तैयार है। इसी क्रम में नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां पूरे जोर शोर से हो रही हैं। कई मायनों में योगी आदित्यनाथ का शपथ ग्रहण समारोह काफी खास होगा। इस समारोह में कोई कमी न रहे इसके लिए पार्टी कार्यकर्ता और अधिकारी दिन रात जुटे हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर मंदलवार को चार राज्यों में सरकार गठन को लेकर बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जय प्रकाश नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह ,जेपी बीएल संतोष मौजूद रहे. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में नई सरकार की शपथ ग्रहण समारोह होली के बाद होगा. भाजपा इस शपथ ग्रहण को विशाल और भब्य बनाने की योजना है. प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, संगठन मंत्री सुनील बंसल, दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा आज रात दिल्ली पहुंचेंगे. इसके बाद बुधवार की सुबह राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी दिल्ली आ जाएंगे. बताया जाता है कि इसके बाद योगी मंत्रिमंडल को लेकर वे बुधवार को दोपहर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, उतत्र पर्देश के प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान और संगठन महामंत्री बीएल संतोष के साथ बैटक होगी.
होली के ठीक बाद भाजपा विधायक दल की बैठक में नेता का चुनाव हो जाएगा। विधायक दल की बैठक 19 या 20 मार्च को हो सकती है जबकि 21 मार्च को योगी सरकार के शपथ ग्रहण की संभावना है। पार्टी सूत्रों की मानें तो शाह 19 मार्च को लखनऊ आ सकते हैं। उन्हीं की मौजूदगी में भाजपा विधायक दल की बैठक में नेता चुना जाएगा। नेता चुने जाने के बाद राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा। 19 को बैठक होने की स्थिति में 21 को और यदि 20 को विधायक दल की बैठक हुई तो शपथ ग्रहण 22 को भी हो सकता है। पार्टी के लिए यूपी के महत्व का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि गृहमंत्री अमित शाह खुद यहां केंद्रीय पर्यवेक्षक हैं। उनके साथ झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास को सह पर्यवेक्षक बनाया गया है।