Saturday, July 27, 2024
HomeIndian News'अ थर्सडे' फिल्म रिव्यु: यामी गौतम ने सस्पेंस थ्रिलर फिल्म में दिखाया...

‘अ थर्सडे’ फिल्म रिव्यु: यामी गौतम ने सस्पेंस थ्रिलर फिल्म में दिखाया की, ‘छोरी भी छोरो से कम है के’

फिल्म :  अ थर्सडे

कास्ट : यामी गौतम धर , नेहा धूपिया, अतुल कुलकर्णी और डिंपल कपाड़िया

डायरेक्टर : बेह्जादखंबाट

‘अ थर्सडे’,  यामी गौतम धर , नेहा धूपिया, अतुल कुलकर्णी और डिंपल कपाड़िया की फिल्म काफी समय से चर्चा में है. जब से फिल्म का ट्रेलर रिलीज़ हुआ है, तब से दर्शक इस फिल्म को देखने क लिए बेकरार थे. और जब ये फिल्म रिलीज़  हो गई है, तो आइये जानते है कैसी है ये फिल्म, और किस कलाकार ने अपनी एक्टिंग की गहरी छाप लोगो तक छोड़ी है.

कहानी:  अ थर्सडे

अ थर्सडे फिल्म डिज्नी हॉटस्टार पे रिलीज़ हो चुकी है. इस  फिल्म में यामी गौतम एक टीचर नैना का किरदार निभा रही है. जो अपने  होने वाले पति रोहित मीरचंदानी-करणवीर शर्मा के  घर पे ही प्ले स्कूल चलाती  है. तीन हफ्ते के बाद नैना टीचर वापस आती है, और पहले जैसे वो पेरेंट्स को विश्वास दिलाती है की वो बेफिक्र होकर घर जाये उनके बच्चे यहाँ सुरक्षित है और बच्चे यहाँ कुछ आज नया सीखेंगे और साथ मेमस्ती भी करेंग. फिर नैना उसके मंगेतर के पास जाती है, और  जन्म दिन सेलिब्रेट करने के बारे में बात करते है, फिर टीवी में प्रधानमंत्री को देख कर रोहित  कहता है, यह देश का बदलाव ला सकती है.कुछ देर बाद  इस सबका अलग रूप देखने को  मिलता है, नैना पुलिस को फोन करके बोलती है की उसने १६ बच्चो को बंधक बना ली है, और उसकी कुछ मांगे है. वह एक-एक करके मांगे रखती, जो वो देश के प्रधानमंत्रीके साथ फेस टू फेस डिसकस करना चाहती है. उसके बाद शुरू  होता है पुलिस और नैना का ड्रामा. अ थर्सडे फिल्म मुंबई पुलिस, देश की प्रधानमंत्री और नैना के बीच  ड्रामे पर  बनी हैं. जो ‘अ थर्सडे’ यानि एक गुरूवार को होता है. नैना की  क्या मांगे है और जो भी मांगे है उसे क्या पूरा करते है, इस पुरे कश्मकश के ड्रामे सस्पेंस थ्रिलर के तौर पर बहुत बेहतरीन तरीके से तरसाया गया है.

एक्टिंग: कितना दम है?

यामी गौतम ने बहोत बेहतरीन काम किया है, जिसकी तरीफ काबलिये है. नेहा धूपिया की भी जितनी तारीफ किया जाये कम है. अतुल कुलकर्णी की भी एक्टिंग सराहनीय है. डिंपल कपाड़िया, करणवीर शर्मा, कल्याणी मुले और माया सराओ ने भी अपना किरदार बखूबी निभाया है.

निर्देशन और फिल्मोग्राफी: कैसा था?

बेह्जाद खंबाट संभावनाशील निर्देशक है. फिल्म के डायरेक्टर दर्शको को इस फिल्म से जोड़े रखने कि काम किये है, इसमें वो कामयाब भी हुए है. फिल्म की अंत तक दर्शक फिल्म से जुड़े रहे. कैमरा मूवमेंट ने खाश पालो को अच्छे से कैप्चर किया है जिसकी वजह से दर्शक इस मुख्य बिन्दुओ को पकड़ने में सफल रहे.

क्या है खास  बात ?

यामी गौतम की इस फिल्म में खास बात यह है की,इस फिल्म का अहम मुद्दा रेप था जो आज के समाज के लिए जानना महत्वपूर्ण है. इस फिल्म में कुछ जगहों पर रेप से जुड़े  आंकड़ों को दिखाया गया है, जिसे जानना लोगो के लिए  बहुत जरुरी है. इस फिल्म से रेप   विक्टिम को हौसला मिलेगी. इस फिल्म की यह भी खास बात यहहै,  कि इस फिल्म को फीमेल यामी गौतम लीड कर रही है। इस फिल्म को देखकर कहा जा सकता है कि “हमारी छोरियां छोरों से कम है के” यामी गौतम ने इस किरदार को इतने बखूबी से निभाया है, कि इससे साबित होता है कि किसी भी फिल्म को लीड करने के लिए हीरो की जरूरत नहीं, हीरोइन भी अकेले फिल्म को लीड कर सकती है और उसे हिट बना सकती है।

अ थर्सडे फिल्म को पुरे देश  को देखना चाहिए। इसफिल्मकोपुरे परिवार के साथ देखना  चाहिए, क्योंकि इसमें बेहद महत्वपूर्ण मुद्दे पर बात की है, जिसे लोग इस बात को  छुपाने  बेहतर अपने बच्चो को सपोर्ट करके उनके इस पीड़ा में मदद करना चाहिय, ताकि  गुनेगार को सजा मिले. और आने वाली पीढ़ी सुरक्षित रहे और ऐसा कदम से घबराए।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments