Saturday, July 27, 2024
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क्यो पहना करते थे Bappi Lahiri भारी भरकम सोने के गहने?

देश में डिस्को म्यूजिक के लिए लोगों को दीवाना बनाने वाले मशहूर संगीतकार Bappi Lahiri का पिछले  कुछ दिन पहले  निधन Gang Leader, Sailaab and Sharaabi.   हो गया है वह 69 साल के थे। Bappi Lahiri पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज मुंबई के क्रिटी केयर अस्पताल में चल रहा था बप्पी दा अपनी आवाज के अलावा भारी भरकम सोने के गहने पहनने के कारण भी अपनी अलग पहचान रखते थे वह अपने हाथों और अंगुलियों में भी अंगूठी व कड़े पहने रखते थे आपको लगता होगा कि बप्पी दा ये सब शौक से पहनते थे तो ऐसा नहीं है। Bappi Lahiri अमेरिकन रॉक स्टार एल्विस प्रेसली के बड़े फैन थे एल्विस अपनी परफॉर्मेंस के दौरान हमेशा सोने की चैन पहना करते थे एल्विस को देखकर बप्पी दा ने भी सोचा कि जब वो कामयाब हो जाएंगे तो अपनी एक अलग पहचानबनाएंगे कामयाब होकर बप्पी दा ने सोना पहना, जिससे उन्हें इंडिया का गोल्ड मैन तक कहा जाने लगा इसी के साथ सिंगर ने बताया कि वो सोने को अपने लिए लक्की मानते हैं। Bappi Lahiri, जिन्हें व्यापक रूप से भारत में “डिस्को किंग” के रूप में जाना जाता है, का जन्म 1952 में पश्चिम बंगाल के कलकत्ता में शास्त्रीय संगीत में एक समृद्ध परंपरा वाले परिवार में हुआ था उन्होंने 19 साल की छोटी उम्र में एक संगीत निर्देशक के रूप में अपना करियर शुरू किया उनके पिता, अपरेश लाहिड़ी एक प्रसिद्ध बंगाली गायक थे और उनकी मां, बंसारी लाहिड़ी एक संगीतकार और एक गायिका थीं, जो शास्त्रीय संगीत और श्यामा संगीत में पारंगत थीं

उन्हें बंगाली फिल्म, दादू (1972) में गाना गाने का पहला अवसर मिला था हालांकि हिंदी फिल्मों में उन्होंने अपनी जगह फिल्म नन्हा शिकारी (1973) से बनाना शुरू किया ताहिर हुसैन की हिंदी फिल्म, ज़ख्मी (1975) से उन्हें बॉलीवुड में खुदको स्थापित किया और एक पार्श्व गायक के रूप में पहचान बनाई। Bappi Lahiri के बारे में कहा जाता है कि वो उन गायकों में से एक हैं जिन्होंने भारत में डिस्को को प्रचलन में लाया.। Bappi Lahiri के लोकप्रिय गानों में चलते-चलते, डिस्को डांसर और शराबी की धूम रही है । Bappi Lahiri का आख़िरी गाना 2020 में टाइगर श्रॉफ अभिनीत फ़िल्म ‘बाग़ी 3’ में ‘भंकास’ टाइटल से था। Bappi Lahiri को लोग आमतौर पर बप्पी दा कहकर बुलाते थे सोने की जूलरी को लेकर उनका मोह उनके पहनावे से साफ़ झलकता था उनके पहनावे में चमक और रंग बहुत गहरे होते थे। Bappi Lahiri ने जिन गानों का कंपोज कियाउनमें डिस्को डांसर, हिम्मतवाला, शराबी, एडवेंचर ऑफ टार्ज़न, डांस-डांस, सत्यमेव जयते, कमांडो, आज के शंहंशाह, थानेदार, नंबरी आदमी, शोला और शबनम सबसे अहम हैं Bappi Lahiri की जिमी-जिमी, आजा-आजा की लोकप्रियता तो आज भी सिर चढ़कर बोलती है

Bappi Lahiri का सफ़र


आलोकेश लाहिड़ी को हम बप्पी लाहिड़ी के नाम से जानते थेसिर्फ़ चार साल की उम्र में लता मंगेशकर के एक गीत में तबला बजाकर मशहूर हुए आलोकेश लाहिड़ी को सब प्यार से बप्पी बुलाने लगे थेतब से अब तक वो बप्पी दा के नाम से बॉलीवुड ही नहीं हॉलीवुड में भी फ़ोमस हुए थे80 का दशक बप्पी लाहिड़ी की डिस्को धुनों पर नाचा और उन्हें डिस्को किंग बना दियाबॉलीवुड में संगीत को डिज़िटल करने वाले संगीतकारों में बप्पी लाहिड़ी का बड़ा योगदान हैबप्पी लाहिड़ी ने बीबीसी को 2016 में बताया था, “मैंने कई अवॉर्ड जीते, पर ग्रैमी आज तक नहीं जीत पाया मैंने अब तक पांच बार ग्रैमी में एंट्री भेजी है इस बार एक एल्बम ‘इंडियन मेलोडी’ – जिसमें सूफ़ी, लोक गीत और भारतीय संगीत शैली के दूसरे गीत मैंने पेश किए हैं

उनका संगीत हॉलीवुड ने भी कई बार इस्तेमाल किया है 1981 में आई फ़िल्म ज्योति का गाना ‘कलियों का चमन’ अमेरिकन टॉप 40 का हिस्सा बना था
बप्पी लहरी ने मई 2014 में राजनीति में भी आने की कोशिश की थीवह 2014 में बीजेपी में शामिल हुए थे तब लहरी ने कहा था कि देश में नरेंद्र मोदी की लहर है 

बप्पी लाहिड़ी का राजनीति से था गहरा नाता 

2004 में लाहिड़ी ने कांग्रेस के लिए भी कैंपेन किया था लाहिड़ी ने बीजेपी में शामिल होते हुए कहा था कि 10 साल पहले कांग्रेस की लहर थीमतलब बीजेपी की कमान राजनाथ सिंह के पास थीराजनाथ सिंह ने कहा था कि Bappi Lahiri अपने गृह राज्य पश्चिम बंगाल में पार्टी को मज़बूत करेंगे

2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने Bappi Lahiri को हुगली ज़िले के श्रीरामपुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था लेकिन वह चुनाव हार गए थे। 

Bappi Lahiri ने  पीएम मोदी के बारे में कहा था, ”मैं उनका क़रीबी दोस्त हूँ. मैं उनके पास जाता रहता हूँ. उन्हें संगीत का बड़ा शौक है और हमेशा संगीत के बारे में पूछते रहते हैं. उनको ड्रम बजाने का बहुत शौक हैं, इनसे उनका बहुत लगाव है. उन्होंने मेघालय में भी ड्रम बजाया था. ड्रम एक ख़ुशी का संकेत है. मैं ख़ुद तबला बजाता हूँ |”

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