हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और जननायक कहे जाने वाले श्री कर्पूरी ठाकुर जी, लालकृष्ण आडवाणी, डॉक्टर स्वामीनाथन, चौधरी चरण सिंह एवं पीवी नरसिंहराव को भारत रत्न देने की बात कही थी, जिसके बाद जनता दल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी के बीच में सामंजस स्थापित होने लगा है…. लेकिन एक सवाल इसी बीच यह उठता है कि आखिर भारत रत्न किसे दिया जाता है? उसके लिए क्या योग्यताएं होनी चाहिए और भारत रत्न प्राप्त करने वाले व्यक्ति को क्या-क्या सुविधा मिलती है? तो आज हम इसी संदर्भ में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं!
आपको बता दें कि भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है जो किसी क्षेत्र में असाधारण और सर्वोच्च सेवा को मान्यता देने के लिये दिया जाता है…. यह सम्मान राजनीति, कला, साहित्य, विज्ञान के क्षेत्र में किसी विचारक, वैज्ञानिक, उद्योगपति, लेखक और समाजसेवी को दिया जाता है… बता दें कि भारत रत्न देने की शुरुआत 2 जनवरी, 1954 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने की थी…. उस समय सबसे पहला सम्मान स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन और वैज्ञानिक डॉक्टर चंद्रशेखर वेंकट रमन को 1954 में दिया गया था…. बता दें कि 1954 में ये सम्मान केवल जीवित रहते ही दिया जाता था, लेकिन 1955 के बाद मरणोपरांत भी भारत रत्न दिये जाने का प्रावधान जोड़ा गया… भारत रत्न प्राप्त करने वालों की आधिकारिक घोषणा भारत के राजपत्र में अधिसूचना जारी कर की जाती है. यह सम्मान हर साल 26 जनवरी को दिया जाता है…. आई अब आपको बताते हैं कि भारत रत्न के लिए सम्मानप्राप्ती को चुनने की प्रक्रिया क्या होती है… तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत रत्न सम्मान के लिए चुने जाने की प्रक्रिया पद्म पुरस्कारों से अलग होती है. इसमें भारत के प्रधानमंत्री भारत रत्न के लिए किसी व्यक्ति के नाम की सिफ़ारिश राष्ट्रपति को करते हैं…. भारत रत्न के लिए किसी औपचारिक सिफ़ारिश की ज़रूरत नहीं होती…. कोई भी व्यक्ति जाति, पेशा, पद या लिंग के आधार पर अंतर किए बिना इस पुरस्कार के लिए योग्य माना जा सकता है…. बता दें कि एक साल में सिर्फ़ तीन भारत रत्न ही दिए जाते हैं. साथ ही ये भी ज़रूरी नहीं कि हर साल भारत रत्न सम्मान दिया ही जाए…. अब तक कुल 48 लोगों को भारत रत्न सम्मान दिया गया है. आख़िरी बार ये सम्मान साल 2019 में दिया गया था…. 2019 में समाज सेवा के क्षेत्र में नानाजी देशमुख मरणोपरांत, कला क्षेत्र में डॉक्टर भूपेन हजारिका मरणोपरांत और लोक-कार्य के लिए भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था….आइए अब आपको बताते हैं कि भारत रत्न प्राप्त करने वाले व्यक्ति को क्या-क्या मिलता है? तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत रत्न पाने वालों को भारत सरकार की ओर से एक प्रमाणपत्र और एक मेडल दिया जाता है. इस सम्मान के साथ कोई धनराशि नहीं दी जाती, इसे पाने वालों को सरकारी महकमे सुविधाएं मुहैया कराते हैं. उदाहरण के लिए भारत रत्न पाने वालों को रेलवे की ओर से मुफ़्त यात्रा की सुविधा मिलती है.. भारत रत्न पाने वालों को अहम सरकारी कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए न्योता मिलता है…. सरकार वॉरंट ऑफ़ प्रेसिडेंस में उन्हें जगह देती है. जिन्हें भारत रत्न मिलता है उन्हें प्रोटोकॉल में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, पूर्व राष्ट्रपति, उपप्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, लोकसभा अध्यक्ष, कैबिनेट मंत्री, मुख्यमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री और संसद के दोनों सदनों में विपक्ष के नेता के बाद जगह मिलती है…. वॉरंट ऑफ़ प्रेसिडेंस का इस्तेमाल सरकारी कार्यक्रमों में वरीयता देने के लिए होता है…. राज्य सरकारें भारत रत्न पाने वाली हस्तियों को अपने राज्यों में सुविधाएं उपलब्ध कराती हैं…. इस सम्मान को अपने नाम से पहले या बाद में जोड़ा नहीं जा सकता. हालांकि, इसे पाने वाले अपने बायोडेटा, लेटरहेड या विज़िटिंग कार्ड जैसी जगहों पर ये लिख सकते हैं कि – ‘राष्ट्रपति द्वारा भारत रत्न से सम्मानित’ या ‘भारत रत्न प्राप्तकर्ता’….
आइए अब आपको बताते हैं कि आखिर भारत रत्न कैसा दिखाई दिखता है? तो आपको बता दे कि मेडल में तांबे के बने पीपल के पत्ते पर प्लैटिनम का चमकता सूर्य बना हुआ होता है… पत्ते का किनारा भी प्लैटिनम का होता है. इसके नीचे चांदी से हिंदी में भारत रत्न लिखा होता है….इसके पीछे की तरफ़ अशोक स्तंभ के नीचे हिंदी में सत्यमेव जयते लिखा होता है! तो यह है हमारे देश का सबसे सम्मानीय पुरस्कार, भारत रत्न पुरस्कार… आपको भारत रत्न पुरस्कार और उसे प्राप्त करने की विधि के बारे में जानकारी पाकर कैसा लगा, अपना जवाब हमारे कमेंट बॉक्स में जरूर दीजिएगा!