भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराने की कोशिश कर रहे हिंदू वाहिनी कार्यकर्ताओं की पिटाई और गिरफ्तारी : आंध्र प्रदेश की गुंटूर पुलिस ने गणतंत्र दिवस के मौके पर ‘जिन्ना टॉवर’ में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराने की कोशिश कर रहे हिंदू वाहिनी के सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इस घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में आप देख सकते हैं कि हिंदू वाहिनी के सदस्य, जिन्होंने हाथों में तिरंगा लिया हुआ है, पुलिस उन पर बल का प्रयोग कर रही है। वे लोग भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगा रहे हैं। पुलिस ने टॉवर के चारों ओर सुरक्षा बढ़ा दी है और बैरियर लगा दिए हैं, जिससे वहाँ कोई भी प्रवेश ना कर सके।गणतंत्र दिवस पर आंध्र प्रदेश के गुंटूर इलाके में जमकर बवाल हुआ। यहां पर धारा 144 लागू होने के बावजूद कुछ हिंदू संगठनों ने मोहम्मद अली जिन्ना के नाम वाले एक टावर पर तिरंगा फहराने की कोशिश की। इस दौरान कोठापेट इलाके में तीन युवकों को हिरासत में ले लिया। इलाके में तनाव को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात की गई है
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गुंटूर में हिंदू वाहिनी के सदस्य जिस ‘जिन्ना टॉवर’ पर तिरंगा झंडा फहराने का प्रयास कर रहे थे, उसका नाम पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना के नाम पर रखा गया है। इसकी उत्पत्ति के बारे में एक कहानी यह है कि जिन्ना के प्रतिनिधि लियाकत अली खान ने स्वतंत्रता पूर्व गुंटूर का दौरा किया था। खान का अभिनंदन तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के नेता एसएम लाल जन बाशा के दादा लाल जन बाशा ने किया था। उन्होंने ही इस मुस्लिम लीग के नेता के सम्मान में एक टॉवर बनवाया था, जिसे आज ‘जिन्ना टॉवर’ के नाम से जाना जाता है। टॉवर को छह खंभों पर खड़ा किया गया। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि इस टॉवर को कथित तौर पर महात्मा गाँधी रोड पर शांति और सद्भाव के प्रतीक के रूप में स्थापित किया गया है
भारतीय जनता पार्टी और अन्य हिंदू संगठन गुंटुर में देश की आजादी के पूर्व के स्मारक, जिन्ना टावर का नाम बदलने की मांग करते आ रहे हैं. उन्होंने धमकी दी थी कि यदि राज्य की जगन मोहन रेड्डी सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देगी तो वे इस ढांचे को ध्वस्त कर देंगे. इस पर, गुंटुर नगर निकाय अधिकारियों ने जिन्ना टावर की घेराबंदी कर दी और साम्प्रदायिक तनाव पैदा करने वाले किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए वहां पुलिस तैनात कर दिया गया.भारतीय जनता पार्टी और अन्य हिंदू संगठन गुंटुर में देश की आजादी के पूर्व के स्मारक, जिन्ना टावर का नाम बदलने की मांग करते आ रहे हैं. उन्होंने धमकी दी थी कि यदि राज्य की जगन मोहन रेड्डी सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देगी तो वे इस ढांचे को ध्वस्त कर देंगे. इस पर, गुंटुर नगर निकाय अधिकारियों ने जिन्ना टावर की घेराबंदी कर दी और साम्प्रदायिक तनाव पैदा करने वाले किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए वहां पुलिस तैनात कर दिया गया. सोशल मीडिया यूजर्स गणतंत्र दिवस के मौके पर ‘जिन्ना टॉवर’ पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने की कोशिश कर रहे भारतीय नागरिकों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं। वे पूछ रहे हैं कि भारत में अभी भी जिन्ना के नाम पर एक मीनार और एक घेरा क्यों है?