Friday, March 14, 2025
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शिवाजी पार्क में Lata Mangeshkar का बनेगा स्मारक, आदेश हुआ जारी

नई दिल्ली।  दिग्गज गायिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का कल निधन हो गया, पूरे राजकीय सम्मान के साथ शिवाजी पार्क में उनका अंतिम संस्कार किया गया। सभी ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी। महाराष्ट्र बीजेपी विधायक राम कदम ने सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर दिग्गज गायिका लता मंगेशकर का स्मारक बनाने का अनुरोध किया है।

इस खत उन्होंने लता जी का स्मारक मुंबई के शिवाजी पार्क में बनाने का अनुरोध किया है। महाराष्ट्र भाजपा प्रवक्ता राम कदम ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा, “जैसा कि आप जानते हैं, दिवंगत भारत रत्न लता दीदी का अंतिम संस्कार शिवाजी मैदान (शिवाजी पार्क) दादर, मुंबई में राजकीय सम्मान के साथ किया गया।

इसी के चलते करोड़ो प्रशंसकों, संगीत प्रेमियों और लता दीदी के शुभचिंतकों की ओर से मेरा विनम्र अनुरोध है कि दिवंगत भारत रत्न लता दीदी का स्मारक शिवाजी पार्क के उसी स्थान पर बनाया जाए जहा वो पंचतत्व में विलीन हुई।”

उन्होंने आगे लिखा, “अतः आपसे अनुरोध है की जनता के इस मांग का सम्मान करते हुए स्मारक का तत्काल निर्माण किया जाना चाहिए, जिससे की यह स्थल दुनिया के लिए प्रेरणा का स्थल बनें” । राम कदम (लता दीदी प्रशंसक और विधायक, भाजपा)

गौरतलब है कि स्वर कोकिला लता मंगेशकर के देहांत के बाद केंद्र सरकार ने दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। इसके तहत रविवार को शहर के तीन प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर तिरंगे को झुका दिया गया।

इनमें कैंट, बनारस और वाराणसी सिटी रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में लगाए गए तिरंगे को राष्ट्रीय शोक की वजह से झुका दिया गया। वहीं सोशल मीडिया से लेकर अखबारों तक लता जी को लेकर कई सारी खबरें भी चल रही है, हर कोई अपनी अपनी तरह से उनके लिए दुख प्रकट कर रहा है।

एक्ट्रेस ‘दीया मिर्जा’ ने शेयर की बेटे के साथ प्यारी सी तस्वीर, फैंस ने लुटाआ प्यार

नई दिल्ली।  दीया मिर्जा भले ही फिल्मी पर्दे पर दिखाई न दे रही हो, लेकिन वह अपनी पर्सनल लाइफ की झलकियां सोशल मीडिया पर शेयर करती रहती हैं। दीया मिर्जा जब से मां बनी हैं, वह अपने बेटे अव्यान संग ज्यादा से ज्यादा क्वालिटी टाइम स्पेंड कर रही हैं। उन्होंने अपने बेटे के साथ कुछ तस्वीरें शेयर की हैं। इन तस्वीरों में एक्ट्रेस बगीचे में बेटे के साथ समय बिताती नजर आ रही हैं।

साथ ही एक्ट्रेस ने इसी के साथ उन्होंने अपने बेटे का एक क्यूट वीडियो भी शेयर किया है। इस वीडियो पर फैंस से लेकर सेलेब्स भी जमकर प्यार लुटा रहे हैं। दीया ने जो तस्वीर शेयर की, जिसमें वह अव्यान को एक बेबी कैरियर में गोद लिए हुए हैं।

दिया मिर्जा

एक तस्वीर में दीया अपने बेटे अव्यान का माथा चूमती नजर आ रही हैं तो वहीं दूसरी तस्वीर में वह बेटे को हरियाली दिखा रही हैं। इन तस्वीरों को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, बस और कुछ नहीं। यही सब कुछ है।”

अदाकारा दिया मिर्जा ने बेटे अव्यान का एक क्यूट वीडियो भी शेयर किया है। इस वीडियो में पक्षियों की आवाज आ रही है और अव्यान उन आवाजों पर रिस्पॉन्ड करते नजर आ रहे हैं।

इस वीडियो को शेयर करते हुए दिया मिर्जा ने लिखा, हां बेबी, प्रकृति में एक अलग लय है, उस ताल का जवाब देते रहो! अव्यन आजाद को पौधों से बात करना पसंद है! इन तस्वीरों पर फैंस के साथ सेलेब्स भी जमकर प्यार लुटा रहे हैं।

 

बनारस में गंगा आरती के समय ‘लता मंगेशकर’ के लिए किया गया खास प्रोग्राम

नई दिल्ली। बनारस में गंगा आरती में भारत रत्न लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। रविवार की शाम को होने वाली गंगा आरती लता मंगेशकर के नाम रही। मोक्ष दायिनी मां गंगा के तट पर दीपों से स्वर की देवी को दीपांजलि दी गई। मां गंगा में दीप दान पर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी की गई। कोरोना काल में पिछले कुछ हफ्तों से मां गंगा की आरती सांकेतिक रूप से संपन्न की जा रही है।

बता दे कि इस आरती में इस दौरान संस्था के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा, आशीष तिवारी, हनुमान यादव व भव्या रूपानी मौजूद रहे। पद्मविभूषण पंडित छन्नूलाल मिश्र ने कहा कि आज मैंने सुना तो इतना दु:ख हुआ कि मैं इसका वर्णन नहीं कर सकता। वे मुझे बहुत मानती थीं। मैं मुंबई जब उनके घर गया तब हाथ पकड़कर अंदर ले गईं। देखा कि कोने में दो तानपूरा रखे थे। लता जी की आवाज में जो सुरीलापन था, वह बहुत कम लोगों में मिलता है। ऐसी गायिका सदियों में एक ही पैदा होती हैं। लता जी की आवाज में जो ओज था। मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।

संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र ने बताया कि लता मंगेशकर के जाने से एक युग का अंत हो गया। वे ऐसी गायिका थीं जिन्हें शास्त्रीय व लाइट म्यूजिक वाले दोनों पसंद करते थे। उन्होंने पंडित भीमसेन जोशी व राजन-साजन के साथ भी गायन किया। सदियों के अंतराल के बाद ऐसे कलाकार जन्म लेते हैं। युवा कलाकारों के लिए लता जी एक आदर्श हैं।

पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने कहा कि इस धरती पर जागृत सरस्वती देवलोक को प्रस्थान कर गईं। प्रथम श्रुति की गर्भनाल जैसे आज टूट गई। संगीत आज मौन हो गया। लता जी का बिछोह व्यक्तिगत आघात सा है। देवी को कृतज्ञ प्रणाम नमन वंदन। उनके जाने से संगीत जगत में जो रिक्तता आई है उसको भरना मुश्किल है।

सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर का होना एक देवी स्वरूपा का हमारे युग में होने जैसा था। वरना नाद ब्रह्म में विश्वास करने वाले हम लोग यह यकीन रखते हैं कि आवाज कभी खत्म नहीं होती ब्रह्मांड में विचरण करती रहती हैं। इस अर्थ में लता जी सदा हमारे दिलों में रहेंगी अपने गाए हजारों गीतों के माध्यम से। उनके गीत हमारे हृदय की गहराइयों में हैं। उनके गानों सुनकर हम उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं। – अरुण पांडेय, वरिष्ठ उद्घोषक, आकाशवाणी

स्वर कोकिला लता मंगेशकर के देहांत के बाद केंद्र सरकार ने दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। इसके तहत रविवार को शहर के तीन प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर तिरंगे को झुका दिया गया। इनमें कैंट, बनारस और वाराणसी सिटी रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में लगाए गए तिरंगे को राष्ट्रीय शोक की वजह से झुका दिया गया।

लता मंगेशकर के निधन पर भाजपा जनों ने शोक जताते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। भाजपा के प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा ने शोक जताते हुए कहा कि लता मंगेशकर के निधन से एक युग का अंत हो गया। क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव ने लता मंगेशकर के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि देश की शान लता जी का जाना देश के साथ ही संपूर्ण कला जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।

शोक जताने वालों में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ नीलकंठ तिवारी, राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार रविन्द्र जायसवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी लक्ष्मण आचार्य, एमएलसी अशोक धवन, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, सुरेंद्र नारायण सिंह, डॉ. अवधेश सिंह, जिला अध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, महानगर अध्यक्ष विद्या सागर राय आदि रहे।

लता मंगेशकर के निधन पर लाट भैरव भजन मंडल के सभागार में देर शाम श्रद्धांजलि दी गई। गायक कलाकारों ने राम धुन व भजनामृत प्रस्तुत कर महान स्वर साधिका को स्मरण किया। इस दौरान केवल कुशवाहा, शिवम अग्रहरि, धर्मेंद्र शाह, धर्मेंद्र शाह, उत्कर्ष, रामप्रकाश, नरेंद्र, प्रवीण, यतीश मौजूद रहे।

आशा भोसले ने बचपन की फोटो शेयर करके बड़ी बहन लता जी को ऐसे किया याद…

नई दिल्ली। गायिका लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में रविवार को निधन हो गया। मुंबई के शिवाजी पार्क में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उन्हें आखिरी विदाई देने प्रधानमंत्री मोदी भी मुंबई पहुंचे थे। लता जी के भाई हृदयनाथ मंगेशकर ने नम आंखों से उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान उनका पूरा परिवार वहां मौजूद था। हर कोई उन्हें याद कर रहा है। लता मंगेशकर की छोटी बहन और गायिका आशा भोसले ने भी अपनी दीदी को खास अंदाज में याद किया है।

बचपन की एक तस्वीर साझा करते हुए आशा भोसले ने लिखा- बचपन के दिन भी क्या दिन थे…दीदी और मैं…। इस तस्वीर में आशा भोसले और लता मंगेशकर दोनों कैमरे को देखकर पोज दे रही हैं। इस तस्वीर पर फैंस अपनी भावनाएं व्यक्त कर रहे हैं।

 

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वहीं एक स्टोरी में आशा भोसले ने लता जी की तस्वीर साझा करते हुए लिखा- दो दिन का राजकीय शोक..दो दिनों तक राष्ट्रध्वज आधा झुका रहेगा। दीदी के सम्मान में…बता दें, लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर को तिरंगे से लपेटा गया था और सशस्त्र जवानों ने उन्हें अंतिम सलामी दी।

गौरतलब है कि करीब एक महीने से लता मंगेशकर ICU में लाइफ सपोर्ट पर थीं। 6 फरवरी की सुबह उन्होंने अस्पताल में अंतिम सांस लीं। लता मंगेशकर के निधन के बाद पूरा देश शोक की लहर में डूब गया है। पीएम मोदी ने दुख व्यक्त करते हुए ट्विटर पर लिखा, “दयालु और सबका ख्याल रखने वाली लता दीदी हमें छोड़कर चली गईं। लता दीदी के जाने से देश में एक ऐसा खालीपन हुआ है, जिसे कभी भरा नहीं जा सकता है। आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद रखेंगी।”

भारत ने वेस्टइंडीज को 6 विकटों से हराया, 1-0 से आगे

भारत बनाम वेस्टइंडीज पहला वनडे हाइलाइट्स: भारत ने वेस्टइंडीज को 6 विकटों से हराया, 1-0 से आगे भारत बनाम वेस्टइंडीज पहला वनडे हाइलाइट्स: युजवेंद्र चहल की क्लिनिकल स्विंग, और रोहित शर्मा की शानदार हिट के साथ, भारत ने अहमदाबाद में पहले एकदिवसीय मैच में वेस्टइंडीज को छह विकेट से हराया। रोहित ने अपना 44वां 50वां वनडे पूरा किया और ईशान किशन के साथ पहले विकेट के साथ 84 रन जोड़े। भारतीय कप्तान 60 (51) पर आउट हुए और उनके आउट होने के कुछ ही देर बाद विराट कोहली भी रात 8 बजे मैदान पर लौट आए। इशान ने 28 (36) और ऋषभ पंत 11 (9) पर रिलीज होने वाले अंतिम बल्लेबाज बने। सूर्यकुमार यादव 34 (36) और दीपक हुड्डा 26 (32) ने रन बनाकर केवल 28 ओवर में 177 रन का लक्ष्य हासिल किया। और इससे पहले दिन में युजवेंद्र चहल ने चार विकेट लेकर वापसी की जिससे टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज को 176 रन से हरा दिया. पहले स्ट्राइक के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद, विंडीज ने धीरे-धीरे मोहम्मद सिराज को आज सुबह शाई होप को रिहा करना शुरू किया। इसके बाद वाशिंगटन सुंदर कार्यक्रम में शामिल हुए और दो विकेट लिए। वेस्टइंडीज बीच के ओवरों में विकेट गंवा रहा है और उसी डिवीजन में 79/7 पर बैठा है। हालांकि, जेसन होल्डर और फैबियन एलन की चतुर बीट्स ने विंडीज को एक अच्छी राशि तक पहुंचने में मदद की। मालिक ने 57 (71) जारी किया। इस दौरान सुंदर ने तीन और तेज गेंदबाज के लिए प्रसिद्ध कृष्णा ने दो विकेट लिए।

ये है दोनों टीमों की प्लेइंग इलेवन

भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), ईशान किशन, विराट कोहली, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), सूर्यकुमार यादव, दीपक हुड्डा, वाशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, युजवेंद्र चहल, प्रसिद्ध कृष्णा, मोहम्मद सिराज।

वेस्टइंडीज: ब्रैंडन किंग, शाई होप, शामराह ब्रूक्स, डैरेन ब्रावो, निकोलस पूरन (विकेटकीपर), कीरोन पोलार्ड (कप्तान), जेसन होल्डर, फैबियन एलन, अल्जारी जोसेफ, केमार रोच, अकील हुसैन।

भारत वनडे टीम रोहित शर्मा (कप्तान), रुतुराज गायकवाड़, शिखर धवन, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर, दीपक हुड्डा, वाशिंगटन सुंदर, केएल राहुल, ऋषभ पंत, दीपक चाहर, शार्दुल ठाकुर, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, रवि बिश्नोई, मोहम्मद सिराज , प्रसिद्ध कृष्णा, अवेश खान।

वेस्टइंडीज वनडे टीम कीरोन पोलार्ड (कप्तान), डैरेन ब्रावो, शमरह ब्रूक्स, ब्रैंडन किंग, फैबियन एलन, नकरमाह बोनर, जेसन होल्डर, शाई होप, निकोलस पूरन, अकील होसेन, अल्जारी जोसेफ, केमार रोच, रोमारियो शेफर्ड, ओडियन स्मिथ, हेडन वॉल्श।

क्रिकेट प्रेम से शादी टूटने तक का सफर ,बहुत कुछ शामिल है लता दीदी के जीवन के विरासत मे

भारत रत्न’ स्वर कोकिला लता मंगेशकर अब हमारे बीच में नहीं रहीं. 92 साल की उम्र में लता मंगेशकर ने रविवार (6 फरवरी, 2022) को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली. कोरोना वायरस से पीड़ित होने के बाद लता मंगेशकर को 8 जनवरी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, तभी से वह वहां थीं. लेकिन ये जीवन  रूपी रथ  आज यानि 6 फरवरी को  रूक गया और  लता मंगेशकर ने इस दुनिया से विदाई ली.अपनी सुरीली आवाज से विश्वभर में परचम लहराने वाले  लता दीदी के इस दुनिया से चले जाने के बाद उनके चाहनेवालों और देशभर में शोक की लहर दौड़ गई है. हर कोई आंखों में आंसू लिए निशब्द है. लेकिन आज हम स्वर कोकिला के जीवन के बारे में जानकर उन्हें याद करेंगे. आपको बता दें कि जिन लता मंगेशकर को आप ‘स्वर सम्राज्ञी’ के तौर पर जानते हैं.  उनका क्रिकेट जगत से भी नाता रहा है.

कोकिला, इंडियन नाइटेंगेल, दीदी एक नहीं अनेक नामों से मशहूर प्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर कौन है ,और उनकी बचपन की कहानिया

1929 को जन्मी लता दीदी का नाम उनके पिता दीनदयाल मंगेशकर ने पहले हेमा रखा था. लेकिन होनी को तो कुछ और ही मंजूर था. अगर वो हेमा रहती तो ‘लता दीदी’ कैसे बनती. उनके पिता ने पांच साल की उम्र में उनका नाम बदलकर लता रख दिया.

आपको जानकर हैरानी होगी कि लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) महज एक दिन के लिए ही स्कूल गई थी. दरअसल, हुआ यूं कि लता दीदी अपने स्कूल के पहले दिन अपनी बहन आशा भोसले को साथ ले गई. ये देखते ही उनके अध्यापक भड़क उठे और उन्हें कहा कि आशा भोसले (Asha Bhosle) की स्कूल फीस भी देनी होगी. जिसे सुनकर लता दीदी काफी आहत हुई और उन्होंने कभी स्कूल न जाने का फैसला किया. हालांकि, स्वर सम्राज्ञी को बाद में छह विश्वविद्यालयों में मानक उपाधि से सम्मानित किया गया. जिनमें न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी भी शामिल है. लता दीदी ने अपने गायन प्रतिभा को उन ऊंचाइयों पर पहुंचाया कि उन्हें भारत रत्न और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से नवाजा गया. जिसके बाद वो फिल्म इंडस्ट्री में ये सम्मान पाने वाली पहली महिला बन गई.

 लता जी का  क्रिकेट प्रेम  कैसा था , आखिरकार

साल 1983, भारत के लिए क्रिकेट के इतिहास का  सबसे बडा साल .इस साल के बिना भारत के   क्रिकेट का महान यात्रा पूरी नहीं की जा सकती है .  वर्ल्ड कप में भी जब कपिल देव  की टीम विश्व चैंपियन बनकर जब अपने देश लौटी . उस वक्त  भारत के क्रिकेट बोर्ड के  पास  भारतीय टीम के लिए प्राइज मनी  देने तक का  रूपया नहीं था . आपको बता दें उस वक्त बीसीसीआई के पास इतना धन नहीं था कि  वह  अपने की खिलाड़ियों को पुरस्कार  दे कर उनका मनोबल और  बड़ा कर सके.  लेकिन आज वही बीसीसीआई सबसे अधिक धन वाला  बोर्ड बन गया है .

बहरहाल ,आज हम लोग  के पास ऐसी ही उनकी एक सुनहरी याद क्रिकेट को लेकर भी है. दरअसल लता मंगेशकर हमेशा ही क्रिकेट से काफी जुड़ी रहती थीं, बीसीसीआई के तत्कालीन अध्यक्ष एनकेपी साल्वे खिलाड़ियों को पुरस्कार देना चाहते थे ऐसे में उन्होंने लता मंगेशकर से मदद मांगी वर्ल्ड चैंपियन बनने पर टीम के लिए दिल्ली के इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम में लता मंगेशकर ने कॉन्सर्ट किया.यह कॉन्सर्ट काफी हिट रहा और इससे 20 लाख रुपए की कमाई हुई. बाद में उस पैसे से ही भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों को एक-एक लाख रुपए की प्राइज मनी  दी गई .लता मंगेशकर द्वारा  दिए गए एक इंटरव्यू के मुताबित 1983 वर्ल्ड कप को देखने के लिए वह खुद स्टेडियम में गई थीं उन्होंने बताया था कि, ‘तनाव से भरा माहौल था लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ने लगा मुझे भारत की जीत पर पूरा भरोसा हो गया था. मुकाबले से पहले पूरी टीम से मैं मिली थी. सभी खिलाड़ियों ने कहा था कि हम मैच जीतेंगे”

भारतीय टीम ने अपने ट्विटर  हैंडेल से ट्वीट किया  और वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले वनडे से पूर्व एक मिनट का मौन रखते हुए लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि भी दी. इससे पहले पिच रिपोर्ट के दौरान सुनील गावस्कर ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी थी.

गौरतलब है कि उन दिनों दीदी लंदन में  ही  थीं। उसी दौरान उन्होंने भारत और वेस्टइंडीज का वर्ल्ड कप फाइनल लॉर्ड्स के स्टेडियम में जाकर देखा था .भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों को उन्होंने फाइनल से पहले और विश्व चैंपियन बनने के बाद खाने पर भी आमंत्रित किया था. उन्हें क्रिकेट और क्रिकेटर्स से गहरा लगाव था.

लता दीदी को जहर कौन दिया था

लता दीदी (Lata Mangeshkar) के आखिरी समय में उनके स्वस्थ्य होने की प्रार्थना हर कोई कर रहा था. उन्हें कभी किसी ने जहर देने की कोशिश की थी. जी हां, इस बात का जिक्र लता की बेहद करीबी पदमा सचदेव (Padma Sachdev) ने अपनी किताब ‘Aisa Kahan Se Lauen’ में किया. जिसमें उन्होंने बताया कि साल 1962 में उन्हें किसी ने स्लो प्वॉइजन देने की कोशिश की थी. हालांकि, आज तक पता नहीं चला कि आखिर वो कौन था.

लता जी  के दिल के सबसे करीब रहने वाला फिल्म्स  कौन थे

लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) स्वर सम्राज्ञी होने के साथ-साथ फिल्मों की भी दीवानी थी. उनकी कई फेवरेट फिल्में थी. जिनमें ‘शोले’, ‘सीता और गीता’, ‘दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे’, ‘त्रिशूल’ का नाम शामिल है. लेकिन गायिका को साल 1943 में रिलीज हुई फिल्म ‘किस्मत’ (Kismat) इस कदर पसंद आई कि उन्होंने इसे करीब 50 से भी ज्यादा बार देखा.

लता दीदी की शादी क्यों टूट गई

आखिर वो जीवनभर अकेली क्यों रह गई. उन्होंने शादी क्यों नहीं की. तो बता दें कि लता दीदी (Lata Mangeshkar) ने एक इंटरव्यू के दौरान इस बात का खुलासा किया था. जिसमें उन्होंने बताया था कि काफी छोटी उम्र में उनके पिता का निधन हो गया. ऐसे में घर की जिम्मेदारी उन पर आ गई. जिसको देखते हुए उन्होंने सोचा कि पहले छोटे भाई-बहनों को उनकी लाइफ में सेटल कर दिया जाए, फिर देखा जाएगा. लेकिन फिर बहन की शादी हो गई और बच्चे भी हो गए. जिसके बाद धीरे-धीरे इसी तरह समय निकलता गया. हालांकि, एक बार उनका नाम राजस्थान के डूंगरपुर राजघराने के राज सिंह से जुड़ा था. दोनों के बीच अच्छी दोस्ती थी. लेकिन उनकी शादी नहीं हो पाई. इसके पीछे का कारण थी राज सिंह द्वारा अपने पिता को दी गई शर्त. जिसमें उन्होंने कहा था कि वो किसी आम लड़की से शादी नहीं करेंगे.

हेमा से  कैसे बन गई लता मंगेशकर

लता दीदी के बचपन का नाम  कुछ और था जो एक नन्हे बच्चे को पहचान देता है. आपको बता दें कि 28 सितंबर, 1929 को जन्मी लता दीदी का नाम उनके पिता दीनदयाल मंगेशकर ने पहले हेमा रखा था. लेकिन होनी को तो कुछ और ही मंजूर था. अगर वो हेमा रहती तो ‘लता दीदी’ कैसे बनती. उनके पिता ने पांच साल की उम्र में उनका नाम बदलकर लता रख दिया.

लता दीदी को किसी एक गीत के रूप मे परिभाषित करना उनके विरासत का अधूरा समटेना जैसा  होगा . इस महान विरासत और उनके जीवन के शानदार यात्रा को उसी तरह देखा जाना  चाहिए ,जैसे लता  दीदी छोड़ कर जा चुकी है . उन्होंने कई बेहतरीन गाने गाए. जिन्हें सुनकर लोग आज भी उस समय को जी लिया करते हैं. उनके गाने इस कदर लोगों के दिलों को छूने लगे कि उन्होंने संगीत के दुनिया की हर बुलंदियों को छुआ. ऐसे में आज से लता दीदी  हमे अब कभी नहीं मिलेगी  लेकिन ‘गुनगुनाती  हुई लता” हर जगह होगी  किसी बीते हुए कल की तरह .. जो कभी खत्म नहीं होगा .. वह पल अमर है और लता दीदी उसी मे है .

भारत ने इंग्लैंड को चार विकेट से हारकर पांचवी बार अंडर 19 वर्ल्ड कप खिताब दिलाया है.

नई दिल्ली   टीम इंडिया ने अंडर-19 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड को हराकर इतिहास रचा है. भारत ने पांचवी बार अंडर-19 वर्ल्डकप का खिताब जीता है. अंडर-19 वर्ल्डकप में फाइनल में भारत ने इंग्लैंड को चार विकेट से हराकर महामुकाबला जीत लिया है.इस जीत के साथ यश भारतीय क्रिकेट हिस्ट्री में उन कप्तानों की लिस्ट में जुड़ गए हैं. जिन्होंने विश्वकप खिताब जीता है. टीम इंडिया के लिए वैसे तो इस विश्वकप सभी खिलाड़ियों ने बेमिसाल क्रिकेट खेली और टीम को ट्रॉफी दिलाई इंग्लैंड टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. भारतीय गेंदबाजों ने उनका ये फैसला गलत साबित कर दिया. इंग्लैंड टीम ने भारत को 190 रनों का टारगेट दिया, जिसे भारत ने 6 विकेट खोकर हासिल कर लिया. एक समय भारतीय संकट में नजर आ रही थी जब उसने 97 रन पर चार विकेट गंवा दिए थे, लेकिन उसके बाद उपकप्तान शेख रशीद और निशांत सिंधु ने शानदार पारियां खेलकर टीम इंडिया को जीत के दरवाजे तक पहुंचा दिया था.

भारत की अंडर-19 टीम ने यश धुल की कप्तानी में पांचवीं बार खिताब अपने नाम किया है. यश से पहले भारत ने मोहम्मद कैफ (2000), विराट कोहली (2008), उनमुक्त चंद (2012), पृथ्वी शॉ (2018) की कप्तानी में भारत ने अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता था. भारतीय टीम के आगे इंग्लिश टीम टिक ही नहीं पाई. मैच के शुरुआत से ही भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का खेल दिखाया. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने 44.5 ओवरों में 189 रन बनाए, जिसमें जेम्स रेव ने सबसे ज्यादा 95 रनों की पारी खे

वर्ल्ड कप में शतक जड़ने वाले भारतीय कप्तानों की बात करें तो ये लिस्ट बेहद छोटी है. सिर्फ तीन ही ऐसे खिलाड़ी हुए हैं जिन्होंने ये कारनामा किया है. और तीनों ही दिल्ली से आते हैं. विराट कोहली, उन्मुक्त चंद के बाद ये कारनामा किया है यश धुल ने. 11 साल की उम्र में उन्होंने बाल भवन क्रिकेट अकेडमी ज्वाइन की और इस खेल को अपना प्रोफेशन बनाने की ठानी 12 साल की उम्र में दिल्ली अंडर-14 टीम में जगह बनाई. इसके बाद अंडर-16 विजय मर्चेंट ट्रॉफी में उन्होंने पंजाब के खिलाफ 186 रन की पारी खेली जिसके बाद उन्हें दिल्ली की टीम का कप्तान बना दिया गया. इसके बाद उन्हें दिल्ली की अंडर-18 टीम की कप्तानी भी सौंपी गई. 19 साल के धुल ने 2021 में हुई वीनू मांकड़ ट्रॉफी में 75 से ज्यादा की औसत से 302 बनाए और टूर्नामेंट के लीडिंग रन स्कोरर भी रहे. जिसके बाद 2022 में उन्हें अंडर-19 एशिया कप और वर्ल्ड कप की टीम का कप्तान बनाया गया.

भारत रत्न लता मंगेशकर का निधन ।

नई दिल्ली भारत की स्वर कोकिला नाम से मशूहर जानी-मानी गायिका लता मंगेशकर का आज रविवार को 92 साल की उम्र निधन हो गया. लता पिछले करीब एक महीने से बीमार चल रही थीं आज मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अपनी आखिरी सांस ली. बीते 29 दिनों से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar Died) जिंदगी से जंग लड़ रही थीं. 92 वर्षीय लता मंगेशकर को कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद 8 जनवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में भर्ती कराया गया था. लंबे समय से ज़िंदगी और मौत से जंग लड़ते लड़ते लता मंगेशकर ने हमेशा के लिए अपनी आंखें बंद कर ली है शिवसेना सांसद संजय राउत ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि महान गायिका लता मंगेशकर का निधन हो गया है. डॉक्टरों ने इससे पहले शनिवार को जानकारी दी थी कि लता मंगेशकर को स्वास्थ्य स्थिर होने के बाद वेंटिलेटर से आईसीयू शिफ्ट किया गया था, लेकिन अचानक उनकी सेहत बिगड़ने लगी

लता मंगेश्कर देर रात तबियत ख़राब होने के कारण निधन हो गया। उनकी हालत काफ़ी ज़्यादा नाज़ुक थी। लता मंगेशकर को निमोनिया का पता चलने के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था और जनवरी में उनका कोरोना टेस्ट भी करवाया गया था। कोरोना टेस्ट में यह पता चला था कि लता मंगेशकर कोरोना वायरस की चपेट में आ गई हैं। जिसके बाद उनकी हालत काफी ज्यादा खराब हो गई हैं।कोरोना की चपेट में आने के बाद लता मंगेशकर को वेंटिलेटर पर भी रखा गया था। वह क़रीबन एक हफ़्ते तक वेंटिलेटर पर थी। लेकिन फिर उन्हें 28 जनवरी को वेंटिलेटर से हटा दिया गया था क्योंकि उनकी हालत पहले से काफ़ी ज़्यादा ठीक हो गई थी। लेकिन शनिवार देर रात तबियत खराब होने के कारण गायिका लता मंगेशकर ने तोड़ा दम। बाॅलीवुड के सितारे भी लता मंगेशकर के निधन पर सोशल मीडिया पर शोक जता रहे हैं।

निधन की खबर मिलते ही सोशल मीडिया में शोक की लहर चल पड़ी है. राजनेताओं, अभिनेताओं से लेकर आम आदमी सबने उनके निधन की खबर पर गहरा शोक जताया है. हजारों की तादाद में उनके चाहने वालों ने अपने अंदाज में श्रद्धांजलि दी है. उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि मैं इसे अपना सम्मान मानता हूं कि मुझे हमेशा लता दीदी से अपार स्नेह मिला. उनके साथ मेरी बातचीत अविस्मरणीय रहेगी. लता दीदी के निधन पर मुझे अपने साथी भारतीयों के साथ शोक है. उनके परिवार से बात की और संवेदना व्यक्त की l

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने गायिका लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि “भारत रत्न, लता-जी की उपलब्धियां अतुलनीय रहेंगी.केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि लता मंगेशकर का निधन देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है. उनका संगीत कई पीढ़ियों तक याद रखा जाएगा. मैं प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति मिले.

स्वर कोकिला Lata Mangeshkar ने दुनिया को कहा अलविदा, देश में दो दिन का होगा राष्ट्रीय शोक

नई दिल्ली। भारत में रहने वाले हर व्यक्ति के लिए काफी दुख देने वाली खबर है कि लता मंगेशकर अब हमारे बीच नही रही। भारत का रत्न और स्वर कोकिला कहलाने वाली प्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का 92 साल की उम्र में निधन हो गया है। सेलेब्स से लेकर राजनेताओं तक हर कोई लगा जी के लिए सोशल मीडिया के जारिए से अपना दुख जाहिर कर रहा है।

Lata Mangeshkar health update: गायिका लता मंगेशकर के स्वास्थ्य में थोड़ा  सुधार - Desh ki Aawaz

गौरतलब है कि वह पिछले 29 दिनों से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थीं। उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से ही उनका इलाज किया जा रहा था। खबरों की माने तो लता जी को कोरोना हुआ था लेकिन कोरोना से जंग जीत चुकी थी, लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा था। रविवार को सुबह उन्होंने आखिरी सांस ली।

स्वर कोकिला के निधन से पूरा देश गमगीन है। लता जी के निधन पर 2 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है। उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शनों के लिए शिवाजी पार्क में रखा जाएगा। 12 बजे से 3 बजे तक उनके निवास पर अंतिम दर्शन किए जा सकेंगे।

Lata Mangeshkar Health Update: लता मंगेशकर की हालत में है मामूली सुधार, अभी  भी हैं ICU में Lata Mangeshkar Health Update: There is slight improvement  in the condition of Lata Mangeshkar, still

जाहिर है कि लता मंगेशकर भारतीय सिनेमा की सबसे लोकप्रिय गायिका होने के साथ सबसे आदरणीय गायिका भी थीं। लता जी ने संगीत की दुनिया को छह दशक तक अपने सुरों से नवाजा। उनकी आवाज का जादू जहां सरहद पर खड़े जवान में जोश की लहर को दौड़ा देता है, तो वहीं उनके गाने सुनकर लोगों की आंख में आंसू भी आ जाते हैं।

लता जी 50 से 60 के दशक में गाए उनके गाने आज भी लोगों की जुबान पर रहते हैं उनकी आवाज का जादू ही है कि उन्हें स्वर कोकिला भी कहा गया। हालांकि भारत की महान गायिका बनने के बाद भी लता जी को एक बात का दुख हमेशा रहा।

 

स्वाद के साथ सेहत का भी रखना है ध्यान, तो इस तरह से बनाए पास्ता

नई दिल्ली। खाना खाना तो हर किसी को पसंद होता है, और फिर जब खाना सेहत के लिए सही हो तो फिर मजा ही आ जाता है। ऐसे में आज हम आपको बताते है पास्ता बनाने का सही तरीका, जिससे आपकी सेहत भी खराब नही होगी और स्वाद में भी मजेंदार होगा।

सामग्री :-

1.5 कप पास्ता, 1 बड़ा बारीक कटा हुआ प्याज, 1/2 कप कटी हुई हरी शिमला मिर्च, 2 बारीक कटे हुए टमाटर, दो से तीन हरी मिर्च, एक छोटा टुकड़ा अदरक का, 1.5 छोटे चम्मच गरम मसाला, 1/2 चम्मच हल्दी, 1/2 छोटा चम्मच साबुत सरसों, एक छोटा चम्मच साबुत धनिया, करी पत्ता- 10-12, तेल बनाने के लिए।

विधि :-

– एक बर्तन में चार से पांच कप पानी डालें। इसमें नमक और एक छोटा चम्मच तेल भी डाल दें फिर पास्ता डालें और जब तक यह नरम न हो जाए, तब तक आंच पर रखें।
– इसके बाद पानी निकाल दें और ठंडे पानी से धोकर इसे एक तरफ रख दें।
– अब कढ़ाई में दो-तीन बड़े चम्मच तेल डालें। जब तेल गर्म हो जाए तो उसमें सरसों, जीरा, कटी हुई हरी मिर्च, अदरक और करी पत्ता डाल दें।
– इसके बाद प्याज डालें और सारी सामग्री को रंग हल्का होने तक पकाएं।
– जब ये मसाले और सब्जियां पक जाएं तो टमाटर डालें और गाढ़ा होने तक भूनें।
– फिर शिमला मिर्च, नमक, गरम मसाला, हल्दी पाउडर डालकर 6-7 मिनट तक भूनें।
– अब पास्ता डालें और धीरे-धीरे इसे मिक्स करें।
– दो-तीन मिनट बाद इसे उतार लें और गरमा-गरम परोसें।